10 Important Life Lessons from Chanakya in Hindi

आचार्य चाणक्य को दुनिया के सबसे ज्ञानी लोगो में गिना जाता है। उनकी कूटनीति, तेज बुद्धि और जबरदस्त leadership qualities के लिए दुनिया आज भी उन्हे याद करती है।

चाणक्य ने ही एक आम लड़के चंदू को चंद्रगुप्त मौर्य बनाया और अखंड भारत की स्थापना की। आचार्य चाणक्य ने अपना पूरी जिंदगी भारत की सेवा करने में ही लगा दी।

आज मै उन्ही महान आचार्य चाणक्य के ऊपर लिखी गई world famous book “चाणक्य नीति” से सबसे Powerful 10 नीतियों के बारे में आपको बताऊंगा।

NO. 1: इंसान को ज्यादा सीधा नही होना चाहिए ; जैसे जंगल में सीधे पेड़ों को पहले काटा जाता है और टेढ़े पेड़ बच जाते हैं। उसी तरह सीधे साधे आदमी को हर कोई बेवकूफ बना देता है।

यहां पर सीधे से चाणक्य का मतलब है ऐसा आदमी जिसे दुनिया की कोई समझ नही है। तो चाणक्य कहते हैं कि जो आदमी ज्यादा सीधा और भोला होता है, चालाक लोग उसे आसानी से पागल बना लेते हैं और अपना काम निकलवा लेते हैं।

इसीलिए चाणक्य कहते हैं कि दुनिया की समझ रखो, थोड़े टेढ़े बनो। हा, अपने फायदे के लिए किसी का बुरा मत करो, पर किसी दूसरे को भी अपना फायदा मत उठाने दो।

Basically वो ये कह रहे हैं की खुद को समझदार और strong बनाओ, ताकि कोई आपके साथ धोखा न कर सके।

NO. 2: इंसान अपने कर्मो से महान बनता है, जन्म से नही

चाणक्य भले ही खुद एक ब्राह्मण थे, पर वो मानते थे की इंसान की पहचान उसने जिस कुल या जाति में जन्म लिया उससे नहीं होती, बल्कि इंसान की पहचान उसके कर्मो से होती है। इंसान के कर्म ही उसको महान बनाते हैं।

अगर आप किसी अमीर घर में, किसी बड़े कुल में पैदा हुए हो तो इसका ये बिल्कुल मतलब नही हैं की आपकी पहचान एक महान आदमी की हो होगी।

इसका जीता जागता example है – Anil ambani, आपमें से शायद कुछ लोग जानते हो की anil ambani, dhirubhai ambani के बेटे हैं। यानि mukesh ambani के भाई.

धीरूभाई अंबानी की 6 july, 2002 को मौत हो जाने के बाद, reliance को दो हिस्सो मे बांट दिया गया, Reliance industries Ltd. और Reliance Anil Dhirubhai Ambani group (ADA) Group.

अनिल अंबानी को मिला Reliance ADA Group और मुकेश अंबानी को मिला Reliance industries LTD.

अनिल अंबानी वाली reliance mostly new age businesses पर focused थी जैसे telecom, power, entertainment, and financial services business.

एक time पे दुनिया के 6वे सबसे अमीर इंसान अनिल अंबानी ने 2020 में एक UK court में ये declare किया की अब उनकी net worth ₹0 है, वो bankrupt यानी दिवालिया हो चुके हैं।

वही मुकेश अंबानी भी उन्ही धीरूभाई अंबानी के बेटे थे, पर मुकेश ने अपनी मेहनत के बल पर reliance industries ltd. को दुनिया की top 500 companies में पहुंचाया और खुद भी वो दुनिया के सबसे अमीर लोगो की list में 11वे number पर है।

तो इस story से पता चलता है की आप कितने बड़े या छोटे घर में पैदा हुए हो, इससे आपका character बड़ा या छोटा नही बनता। आप के अंदर क्या qualities हैं, आपके actions कैसे हैं, इनके बल पर आपके character को नापा जाता है।

धीरूभाई अंबानी तो खुद ही एक गरीब परिवार में पैदा हुए थे, पर ये उनकी कड़ी मेहनत और लगन ही थी, जिसने उन्हें padma vibhusan का सम्मान दिलाया, जो की भारत का दूसरा सबसे बड़ा civilian award है।

तो यहां आचार्य चाणक्य भी यही कहना चाहते हैं, की इंसान को उसके चेहरे या जाति से judge नही करना चाहिए, उसको judge करना चाहिए उसके actions के आधार पर।

No. 3 गलत दिशा में चल रही भीड़ का हिस्सा बनने से बेहतर है, सही दिशा में अकेले चलो।

इस दुनिया के ज्यादातर लोग एक दूसरे को देख कर काम करते हैं, भीड़ में चलते हैं। कही देखा की IAS officer की तो बहुत ठाठ होती है और सभी UPSC की तैयारी कर रहे हैं, तो अब हम भी वही करेंगे।

आचार्य चाणक्य इस सोच को गलत बताते हैं, वो कहते है की भीड़ अक्सर गलत दिशा में ही चलती है, इसलिए भीड़ से हटके अलग चलो भले ही अकेले क्यों न चलना पड़े।

आपको अपनी life में जो करना है वो करो। ये मत देखो की दूसरे क्या कर रहे हैं? जैसा मैंने अपनी पिछली bruce lee वाली video में बताया था की don’t copy someone even if they are successful. चाहे कोई कितना भी successful क्यों न हो, किसी की copy मत करो।

ये आपकी जिंदगी है, आप अपने according जियो, experience लो, अपना passion ढूंढो, और जो आप खुद करना चाहते हो, वो करो। फिर चाहे दूसरे लोग कुछ भी कहे, वो आपको नीचा दिखाने की कोशिश करे, आप उनकी मत सुनो।

आप ही वो हो जो जिंदगी भर आपके साथ रहेगा इसलिए ऐसे काम मत करो की आगे चल के आप regret करो। जो सोचा है, बिंदास करो।

अगर भीड़ में चलोगे तो बस ordinary बनकर ही रह जायेगे। अगर कुछ extra ordinary करना है तो भीड़ से अलग हट जाओ।

No. 4 जैसे ही डर जिंदगी में आए, उसपर हमला करो और उसको खत्म करदो।

आचार्य चाणक्य का कहना था की डर इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है, ये इंसान के मन को खोखला कर देता है, उसके सोचने समझने की ताकत को खतम करदेता है।

इसीलिए अगर जिंदगी में कुछ extra ordinary achieve करना है तो अपने डर को खतम करना सीखो।

चाणक्य बताते हैं की डर को खतम करने का सिर्फ एक मात्र तरीका है, immediate action, तुरंत कोई action लेना।

For example, आपको बहुत तेज सर दर्द हो रहा था, आपने google किया की तेज सर दर्द के क्या कारण होते हैं, वहां आपने देखा की brain tumor भी एक कारण हो सकता है

अब आप डर रहे हो की कही मुझे tumor तो नही, तो अब इस डर को कैसे खतम करोगे। क्या इसके बारे में सोचते रहोगे? सोचने से डर खतम हो जायेगा, नही ना।

तो क्या करोगे? Immediate action लोगे, hospital जाकर अपना test करवाओगे।

तो इसी तरह, डर को हमेशा सही action लेकर जड़ से खत्म किया जा सकता है। सोचने से आप कभी भी डर का इलाज नहीं कर सकते, आपको उसे face करना होगा, तभी आप अपने डर पर जीत पायोगे

No. 5 कमजोरी का प्रदर्शन करने से कमजोरी और बड़ती है।

चाणक्य मानते थे की कभी भी अपनी कमजोरी किसी को पता मत लगने दो, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो वो लोग आने वाले समय में आपकी कमजोरी का फायदा जरूरी उठाएंगे।

एक story से explain करता हूं :-

एक गांव में एक सांप रहा करता था, एक दिन एक साधू उस गांव से गुजर रहा था, तभी इस सांप ने एक छोटे बच्चे को डस लिया और उस साधु को सांप के ऊपर बहुत गुस्सा आया।

उस साधु ने सांप को स्राप दिया की आज के बाद तू किसी को डस नही पाएगा, तेरा सारा जहर खत्म होजाएगा।

और ये कहकर वो साधु वहां से चला गया। तो जब उस सांप में जहर नहीं बचा तो उसने फुसकरना भी बंद करदिया। अब सभी गांव वालो को पता चल गया की इस सांप में जहर नहीं है। तो इसलिए गांव वाले उस सांप को उछाल उछाल के खेलते, उसको रस्सी की तरह पेड़ में बांध देते। गांव के बच्चे तक उस सांप को परेशान करते, इस सब की वजह से उस सांप की हालत बहुत खराब हो चुकी थी।

जब साधु वापिस इस गांव से गुजरा तो उसने सांप की ये हालत देखी और वो उसके पास आया। साधु, सांप से बोला “तुम्हारी ये हालत कैसे हुई?” सांप बोला “बाबाजी, आप ने जो मुझे स्राप दिया था उसकी वजह से अब मैं किसी को भी डस नही सकता और इसीलिए अब ये गांव वाले मुझसे डरने की बजाए, मुझे परेशान करते हैं।”

साधु हंसकर बोला “अरे बेवकूफ, मैने तुझे ये स्राप दिया था की तू किसी को डस नही सकता, पर मैने ये थोड़ी कहा था की तू फुंकारना भी बंद करदे। अगर तू लोगो को अपना फन दिखाता रहता तो लोगो को पता ही नही चलता की तुझमें जहर नहीं है, और तेरा डर कायम रहता।

पर तूने अपनी कमजोरी का प्रदर्शन किया तभी उन्होंने तेरी कमजोरी का फायदा उठाया।

तो i hope इस story से आप समझ गए होंगे की आचार्य चाणक्य कमजोरी को दूसरो से छुपा कर रखने को क्यों बोल रहे हैं।

No. 6 जो बात दो लोगो को पता हो, वो रहस्य (secret) नही होती।

चाणक्य इस बात पर बहुत जोर देते थे की कभी भी अपने secrets किसी के साथ share ना करो क्योंकि Secrets बहुत powerful होते हैं।

चाहे वो आपका कोई future plan हो या past में हुई कोई गलती, कभी भी अपने secrets किसी को ना बताओ क्योंकि अगर आप ऐसा करते हो, तो फिर वो secret नही रहेगा चाहे फिर वो secret आपने अपने कितने भी भरोसेमंद दोस्त को बताया हो।

क्योंकि आपको नहीं पता कि जो आज आपका दोस्त है, वो कल भी आपका दोस्त रहेगा या नहीं। तो ऐसे में अगर आप उसे अपने secrets बता देते हो, तो वो future में जरूरत पड़ने पर उनका use आपके against जरूर करेगा।

वहीं जो लोग अपने secrets अपने तक ही limited रखते हैं, उनको कोई भी जल्दी नहीं हरा सकता। इसीलिए दुनिया के top businessmen और politicians कभी भी अपने secret tactics किसी को नहीं बताते।

No. 7 एक समझदार आदमी को अपने पांचों senses पर एक बगुले की तरह control रखना चाहिए और अपना पूरा ध्यान अपने goal पर लगाना चाहिए

चाणक्य यहां वही बात बताते हैं जो श्री कृष्ण ने गीता में बताई थी, कि आप five senses को control में रखो।

इन five senses को अपने goals और purpose को पूरा करने के लिए use करो न की अपने मजे के लिए।

चाणक्य, बगुले का example देकर बताते हैं की कैसे बगुला अपने five senses को अपने control में रखता है और अपना पूरा ध्यान अपने goal यानी मछली को पकड़ने पर लगाता है। हमे भी बगुले की तरह ही अपने ऊपर control करना चाहिए।

वो आगे बताते हैं की हमे स्त्री, भोजन और धन के लालच को भी छोड़ देना चाहिए क्योंकि ये सब कभी आपको satisfy नही करता, उल्टा आपके lust को और बढ़ाता है। और इन चीजों में फसा हुआ इंसान जल्द ही destroy हो जाता है।

ऐसे ही, एक बार की बात है जब चंद्रगुप्त मौर्य बहुत ही परेशान थे, चाणक्य ने उनसे उनकी परेशानी की वजह पूछी। पहले तो चंद्रगुप्त ने कुछ नही बताया पर चाणक्य के जोर देने पर वो बोले कि उन्हें पड़ोसी राज्य की राजकुमारी से प्यार हो गया है और वो अपने आप को उसके बारे में सोचने से रोक नहीं पा रहे, इसलिए वो परेशान है।

तब चाणक्य ने चंद्रगुप्त को समझाया कि देखो चंद्रगुप्त, ये प्यार आम आदमी के लिए है, तुम्हारे लिए नहीं। एक राजा बस अपनी प्रजा से प्यार करता है, किसी भी लड़की के प्यार में पड़कर तुम अपना ही नुकसान करोगे। इसलिए ये सब बेकार की बातें अपने दिमाग से निकल दो और अपनी duty पर ध्यान दो।

अब कुछ लोगो को थोड़ा खराब लग सकता है की चाणक्य तो प्यार के इतने खिलाफ थे। पर उनकी बात practical भी है, अगर आपको जिंदगी में कुछ extra ordinary करना है तो ये sacrifices तो करने पड़ेंगे। क्योंकि जो इंसान प्यार मोहब्बत में ही फंसा है, उसके पास time ही नही रहेगा, कुछ creative काम करने के लिए।

इसलिए अपने ऊपर control करो, सभी senses को अपने purpose तक पहुंचने के लिए use करो , किसी pleasure के लिए नहीं।

No.8 जिस तरह दूध में पानी मिलाने से पानी भी दूध बन जाता है, उसी तरह महान लोगो के साथ रहने से आम इंसान भी महान बन जाता है।

चाणक्य अपनी किताब में अच्छे लोगो के साथ रहने की बात कई बार कहते हैं। वो कहते हैं की खराब दोस्त, खराब पत्नी, खराब शिष्य होने से अच्छा है आपका कोई दोस्त, पत्नी, या शिष्य ना ही हो।

वो कहते हैं की जैसा आप बनना चाहते हो, वैसे लोगो को ढूंढो और उनके साथ रहना शुरू करदो, धीरे धीरे उनके influence से आप भी वैसे ही बनने लग जायोगे।

आपने अक्सर देखा होगा की लोग जैसे होते हैं, उनके दोस्त भी वैसे ही होते हैं, जैसे cigarette पीने वाले के दोस्त भी cigarette पीने वाले ही होंगे, शराबी के दोस्त शराबी, gym जाने वाले के दोस्त भी gym जाते होंगे।

संगति का असर बहुत ही powerful होता है, इसीलिए कोशिश करो की अपने आप को hard working, motivating और intelligent लोगो से surround करो, ताकि आप भी वैसे ही बनो।

No. 9 एक नौकर की पहचान उसके काम पे न होने पर होती है, रिश्तेदारों और दोस्तों की पहचान मुश्किल समय में होती है और पत्नी की पहचान तब होती है जब आपके पास पैसा न हो।

जब आपका नौकर काम पर न हो, यानि जब उसकी छुट्टी हो, और तब आप उसको कोई काम करने बोलो, क्या तब भी वो उतनी ही लगन और ईमानदारी से काम करता है, इससे उसकी पहचान होती है।

जब आप किसी problem में होते हो, तब आपके रिश्तेदार और दोस्त, आपकी मदद करते हैं या नहीं, इससे उनकी पहचान होती है।

और जब आपके पास बिल्कुल पैसा न हो, आप कंगाल हो, तब भी आपकी पत्नी आपका साथ देती है, आपकी respect करती है, तो इससे आप उसकी पहचान कर सकते हो।

No. 10: बीते हुए कल के बारे में सोचने से वो बदल नही जाता, ना ही भविष्य की चिंता करने से वो सुधर जाता है, इसीलिए एक समझदार व्यक्ति को वर्तमान में ही जीना चाहिए।

चाणक्य कहते थे की एक समझदार आदमी कभी बीती हुए बातो को याद करके खुशी, दुखी नहीं होता और न ही वो आने वाले कल की कल्पनाओं में रहता है। समझदार वही है जो सिर्फ आज में, अभी में जीता है।

वो कहते हैं की हमे अपने past की गलतियां से सीखना जरूर चाहिए, और future के goals भी बनाने चाहिए। पर ये याद रखना चाहिए की जो हो गया उसको बदल नही सकते। और जो होगा, वो इस बात पर depend करता है कि अभी क्या हो रहा है?

इसलिए आज, अभी में ही जियो।

तो ये थे आचार्य चाणक्य की बताई गई ऐसी बाते, जो किसी भी इंसान को बहुत powerful और strong बना सकती है। I hope आप इन्हे अपनी life में जरूर implement करोगे|

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