How to handle Insults Intelligently in Hindi
स्वामी विवेकानन्द, जब presidency university में पढ़ाई कर रहे थे, तब वहां एक professor था जो उन्हें पसंद नहीं करता था।
तो एक बार, breakfast के समय जब सारे students अपना अपना खाना खा रहे थे, वो professor भी एक table पर बैठकर अपना breakfast कर रहा था, तो स्वामी विवेकानंद भी अपना खाना लेकर उस professor की table पर बैठकर खाने लगे।
उस प्रोफेसर को ये बात अच्छी नहीं लगी और वो बोला कि “सुअर और हंस एक साथ नहीं बैठा करते।
स्वामी जी इस बात पर मुस्कुराए और बोले “तो फिर ठीक है, मै उड़ जाता हूं” और इतना कहकर वो वहां से चले गए। आस पास बैठे students ये सुनकर हंसने लगे।
ऐसे ही एक बार, class में उस प्रोफेसर ने सभी students से एक सवाल किया कि अगर तुम्हे रास्ते पर wisdom से भरी एक book मिले और एक पैसों से भरा एक bag मिले, तो तुम क्या उठाओगे।
स्वामी जी ने उत्तर दिया कि “मै पैसों से भरा हुआ bag उठायूंगा।” इसपर वो प्रोफेसर बोला कि “देखो ये है इन Indians का culture, बहुत ज्ञानी बनते हैं पर wisdom की value नहीं करते, अगर मै इसकी जगह होता तो wisdom से भरी हुई बुक ही उठाता।
स्वामी जी हस कर बोले “जी सर, जिसके पास जो नहीं होगा, वो वही उठाएगा ना, मेरे पास wisdom है तो मै पैसे को उठाउंगा।
इससे पता चलता है कि स्वामी जी कितने समझदार और हाजिरजवाब थे।
इस वीडियो में मैं आपको insults को intelligently handle करने के 6 practical टिप्स बताऊंगा
पर सबसे पहले ये जानते हैं की –
लोग insult क्यों करते हैं?
लोगो के insult करने के पीछे 3 reason हो सकते हैं, जिसमे सबसे main reason हैं:
1) Jealousy (ईर्ष्या)
रातों रात कोई आम आदमी, internet पर viral हो जाता है, तो आपने अक्सर लोगो को ये कहते सुना होगा कि “ये internet तो बिल्कुल बेकार चीज है, कोई भी ऐरे-गैरे को एक दिन में publicity मिल जाती है” या “आजके जमाने में real talent की कोई कद्र ही नहीं है।”
ऐसा वो क्यों बोलते हैं, क्योंकि मन ही मन उनको jealousy feel होती है कि कल तक इसको कोई नहीं जानता था और आज ये celebrity बन गया, हम क्यों नहीं बने और इसी jealousy की वजह से वो उनका मजाक बनाते हैं, insult करते हैं।
या कभी अगर आप भी कोई ऐसी चीज खरीद लेते हो , जो आपके आस पास के लोग नहीं ले सकते, तो high chances हैं कि वो आपसे jealous होकर आपको नीचा दिखाने के लिए आपकी insult करने की कोशिश जरूर करेंगे ।
Insult करने का नेक्स्ट reason है –
2) खुद को बड़ा या cool दिखाने के लिए – To Lift themselves up
आपके friend circle में कुछ ऐसे bande जरूर होंगे जो हमेशा किसी ना किसी की insult करते रहते हैं, ऐसे लोग अक्सर खुद के बारे में insecure (less confident) होते हैं और खुद के ego को satisfy करने के लिए, खुद को ऊंचा दिखाने के लिए वो दूसरे लोगो का मज़ाक बना के उनको नीचे गिराने की कोशिश करते हैं।
दूसरों को bully करने वाले भी इसी category में आते हैं, ऐसे लोग अक्सर उन्हीं का मजाक बनाते हैं जो कमजोर होते हैं, अपने लिए कुछ बोल नहीं सकते। इसलिए ऐसे bullies से डरे बिना इनका डटकर सामना करना चाहिए और ऐसे दोस्तों से दूरी बना के रखनी चाहिए।
इसके बाद नेक्स्ट reason होता है insult करने का –
3) Constructive criticism – काम की आलोचना
जरूरी नहीं है कि आपकी insult करने वाले का motive हमेशा खराब ही हो, कभी कभी कुछ लोग हमे सच्चाई भी बताते हैं। जैसे, अगर आप मोटे हो और आपको कोई बोलता है कि “कितना मोटा हो गया है तू, कम खाया कर।” तो वो insult करने वाला यहां पर सच्चाई ही कह रहा है।
ऐसे में गुस्सा होकर उसको भला बुरा कहने का कोई फायदा नहीं है। अगर बात सच्ची हो तो स्वीकार करके जीवन में आगे बढ़ जाना चाहिए।
और ये एक note करने वाली बात भी है कि insult का बुरा आपको तभी लगेगा जब सामने वाला जो बोल रहा है, उसमे आपको कुछ सच्चाई महसूस होगी।
अगर आप मोटे हो ही नहीं और कोई आपको मोटा बोलता है, तो आपको बुरा लगेगा क्या, नहीं ना? इसीलिए ऐसी insults जो आपको Reality से connect करती है , उनको insult ना समझ कर, एक feedback की तरह लो और खुद में सुधार करने का प्रयास करो।
Practical ways to handle insults
जो practical ways मैं आपको बताने जा रहा हूँ , अगर आप इनको follow करोगे तो आप हर तरह की insults को अच्छे से handle कर पायोगे।
पर सबसे पहले हमारे लिए ये जानना जरुरी है की insult करने वाले का motive क्या है,
क्या वो तुमसे जलता है?
क्या वो खुद को बड़ा दिखाना चाहता है?
क्या वो तुमको कमजोर समझ रहा है?
या वो जो कह रहा है क्या वो सच है?
और वो तुम्हारा है कौन, जो ऐसा कह रहा है?
इसके बाद आप decide कर सकते हो की आपको कैसे react करना है, तो सबसे पहले know the motive of the person.
इसके बाद हमारे पास 6 तरीके है insults handle करने के –
1 ) Non Reaction (silence)
एक बार एक आदमी गौतम बुद्ध के पास आया और उन्हें भर-भर के गालियां देने लगा। गौतम बुद्ध ने उस आदमी कि बातो पर कोई reaction नहीं किया और वो आदमी कुछ समय बक-बक करने के बाद वहां से चला गया।
तब बुद्ध के एक शिष्य ने उनसे पूछा कि आपने उस आदमी की बातो का कोई जवाब क्यों नहीं दिया? बुद्ध ने उत्तर दिया “अगर मै भी उस आदमी की तरह गालियां देने लगता तो उसमे और मुझमें क्या अंतर रहे जाता, और वैसे भी वो आदमी यही तो चाहता ही था कि वो मुझे भी अपने स्तर पर ले आए।”
इस कहानी से ये सीखने को मिलता है कि अक्सर लोग हमारी insult इसलिए करते हैं ताकि हम तुरंत एक emotional reaction देकर उनको सही साबित कर दें ।
एक बात हमेशा याद रखना कि कभी भी insult होने पर सामने वाले इंसान को ये ना पता चलने दो की आपको गुस्सा आ रहा है, या आप दुखी हो रहे हो। In short कोई emotional reaction मत दो।
अगर आपको बात खराब लगी है, तो बस उस इंसान को बोल दो की मुझे तुम्हारी ये बात अच्छी नहीं लगी, दोबारा ऐसा मत बोलना। High chances हैं की वो इंसान दोबारा वैसी गलती नहीं करेगा।
और आप अपनी respect बढ़ा लोगे ये दिखाकर की आपके emotions आपके control में है और आप किसी के कुछ कहने भर से गुस्सा, दुखी, खुश या परेशान नहीं होते।
आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी – कुत्ते भौकते रहते हैं और हाथी चलता जाता है। इसीलिए जब कोई ऐसा इंसान जिससे आपको कोई वास्ता नहीं है आपको कुछ भी अनाब सनाब बोलता है तो उसको ignore करो, कोई reaction मत दो।
2) Use humor
एक बार एक writer का interview हो रहा था, उनकी एक book हाल ही में publish हुई थी।
तो उस इंटरव्यू में एक आदमी ने उस writer की insult करने के इरादे से कहा “आपकी book बहुत ही अच्छी थी, आपने वो बुक किससे लिखवाई है।”
उस writer ने भी वैसा ही epic reply किया “thankyou, आपको मेरी book पसंद आयी, आपने वो बुक किससे पढ़वाई है।”
दोस्तो में एकसर एक दूसरे की insult होती रहती है तो ऐसी सूरत में humor का use करना सबसे best option रहेगा। क्योंकि humor से आप सामने वाले कि insult उसको ही लौटा देते हो जैसा मैंने आपको writer के example में बताया।
अगर कोई person बहुत serious reason पे बार बार insult कर रहा है तो आपको उसे रोकना होगा। वहां humor से काम नहीं चलेगा
पर most of the time humor एक अच्छा reply होता है और अगर आप humor से reply करते हो तो आपका frame भी एक strong person का बनता है, जो जल्दी दूसरों कि बातो से offend नहीं होता ।
3) Reply with your actions
चाणक्य जो की तक्षशिला विश्वविद्यालय के अध्यापक और एक महान अर्थशास्त्री थे। उन्हें जब पता चला कि भारत पर सिकंदर का आक्रमण होने वाला है तो उन्होंने ये योजना बनाई की अगर सिकंदर को हराना है तो हमे एक अखंड भारत की स्थापना करनी होगी, क्योंकि उस समय भारत कई छोटे बड़े राज्यो में बटा हुआ था।
उस समय मगध साम्राज्य सबसे बड़ा था, तो चाणक्य अपना संदेश और योजना लेकर मगध सम्राट धनानंद के पास गए और उन्हें बताया कि सिकंदर आने वाला है और हमे अखंड भारत की नींव रखनी होगी।
धनानंद एक घमंडी राजा था। उसने चाणक्य कि एक ना सुनी और ये बोलकर की एक ब्राह्मण मुझे शासन करना क्या सिखाएगा, चाणक्य को चुटिया पकड़कर दरबार से बाहर फिकवा दिया।
चाणक्य को यह बहुत अपमानजनक लगा और उन्होंने उसी समय ये प्रण लिया की वो तब तक अपनी चुटिया नहीं बांधेगे जबतक वो धनानंद के शासन को उखाड़ नहीं फेकते और भारत को एक अखंड साम्राज्य नहीं बना देते।
और आगे उन्होंने ऐसा करके भी दिखाया, उन्होंने चन्द्रगुप्त मौर्य को भारत का सम्राट बनने के लिए तैयार किया और चन्द्रगुप्त ने आचार्य चाणक्य की सहायता से धनानंद को हराया और अखंड भारत का सम्राट बना।
ये कहानी इस कहावत को prove करती है कि “action speaks louder than words”
अगर कोई आपके looks, financial status, social status को लेकर बार बार आपकी insult करता है तो आप उसको ज़्यादा कुछ बोलने की बजाए, अपने आप को बेहतर बना के reply करो। एक बार आप ऐसा कर दोगे तो दूसरे के पास मुंह बंद करने के सिवाय कोई दूसरा option नहीं बचेगा।
किसी ने कहा भी है “Success is the best revenge ”
4) Speak up for yourself
वैसे तो humor और non reaction बेस्ट तरीके हैं किसी भी तरह की insult से निपटने के पर कभी कभी कुछ लोग इन तरीको से नहीं समझते।
जब कोई आपकी बार बार insult करे और आपको दबाने कि कोशिश करे, तब आपको अपने लिए खड़ा होना चाहिए क्योंकि कभी कभी अपने लिए ना बोलना, दूसरे इंसान को ये मेसेज दे देता है कि आप mentally weak हो और आप अपनी respect नहीं करते, जो की अच्छी बात नहीं है।
इसीलिए जब पानी सर के ऊपर जाने लगे, तब आप सामने वाले को समझ दो कि देखो भाई, मुझे ये बात बिल्कुल पसंद नहीं आ रही है और आगे अगर तूमने ऐसा कहा तो इसका result अच्छा नहीं होगा।
इससे सामने वाला बंदा, alert हो जाएगा और future में आपको disrespect करने से पहले वो 10 बार सोचेगा।
5) Take insults as a source of Motivation
एक बार एक गांव में एक साधु रहा करते थे, और उस गांव का ही एक किसान उस साधु को बिल्कुल पसंद नहीं करता था। वो किसान उस साधु को हमेशा बूरा भला कहता, हमेशा उस साधु की बुराई करता था।
पूरा गांव ये मानता था कि वो किसान साधु का कोई दुश्मन है, हालांकि वो साधु ऐसा नहीं मानते थे। तो एक दिन वो किसान मर गया और उस साधु के जो शिष्य थे वो खुश हो गए, वो नाचते गाते साधु के पास आए और उनसे बोले, गुरुजी वो जो किसान आपकी निंदा करता था वो मर गया।
ये सुनकर साधु बहुत दुखी हो गए। उनके शिष्यों ने कहा, गुरुजी आपको तो खुश होना चाहिए कि वो पागल आदमी मर गया और आप दुखी हो रहे हैं।
साधु बोले “तुम नहीं जानते, उस किसान की वजह से ही तो मै अपने जीवन में और बेहतर बन पा रहा था, वो मुझे लगातार मेरी कमियां गिनाता रहता था और मै उन कमियां पे काम करके अपने आपको और बेहतर मनुष्य बना पा रहा था, अब उसके जाने के बाद मेरी सहायता कौन करेगा।”
इस कहानी कि summary यही है कि insults को एक positive side से भी देखो। जो Insults सच्ची होती हैं उनसे हमे हमारी कमियां पता चलती है, जिनपर काम करके हम अपने आप को improve कर सकते हैं ।
तुलसीदास जी कहते हैं:
”निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय, बिन पानी, साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय।
अर्थ : जो हमारी निंदा करता है, उसे अपने अधिक से अधिक पास ही रखना चाहिए। वह तो बिना साबुन और पानी के हमारी कमियां बता कर हमारे स्वभाव को साफ़ करता है।
6) Smile and walk away
अगर आपका sense of humor इतना अच्छा नहीं है और आप ज्यादा समय लगाना नहीं चाहते ये सब सीखने में तो smile करके उस जगह से चले जाना जहां आपकी इंसल्ट हुई है, एक बहुत अच्छा response होगा।
जब कोई 10 मिनट तक आपको बुरा भला कहे और आप बस एक smile देकर वहां से चले जाओ।
इससे उस आदमी को ये पता
चलेगा कि आप उसके शब्दों को कोई importance नहीं देते हो और आपको कोई फ़र्क नहीं पड़ता वो क्या कहता है।
अगर मुझे आपको एक core rule बताना होगा तो मै ये कहूंगा कि never react emotionally.
लंबी सांस लो और relax करके फिर शांत मन से उस insult का reply करो।
तो ये थे वो 6 steps जिन्हें follow करके आप insults को अच्छे से tackle कर सकते हो।
1. Non Reaction (silence)
2. Use humor
3. Reply with your actions
4. Speak up for yourself
5. Take insults as a source of Motivation
6. Smile and walk away