7 Philosophies, Principles & Life Lessons from Socrates in Hindi
Socrates, एक ऐसे महान philosopher थे जिन्होंने अपने principles और values के लिए हंसते हंसते जहर का प्याला पी लिया था।
Socrates का जन्म Greek के एक बड़े शहर athens में हुआ था। उनके पिता मूर्तियां बनाते थे। छोटी उम्र से ही socrates को सवाल पूछने का बहुत ही ज्यादा शौक था। वो हमेशा हर चीज के बारे में हर किसी से सवाल किया करते थे, वो हमेशा ही knowledge और wisdom हासिल करना चाहते थे।
Socrates को western philosophy का father भी कहा जाता है। आज मैं उन्ही socrates की कुछ सबसे best और practical philosophies आपको बतायूंगा।
तो बिना time waste किए, चलो शुरू करते हैं।
Philosophy no. 1 :The Biggest wisdom is in knowing that you know nothing
“सबसे बड़ा ज्ञान इस बात को जानने में है की आप कुछ नहीं जानते।”
Socrates कहते थे की ये दुनिया हमसे बहुत बड़ी है, और हमारे पास बहुत ही limited resources है, जिनके through हम इस दुनिया के बारे में जान सके।
इसीलिए कभी भी ये घमंड मत करो, की आपको सब पता है। याद रखो, सबसे बड़ा बेवकूफ वही होता है जिसको लगता है की उसको सब पता है।
और सबसे बड़ा समझदार वही होता है जिसको ये पता होता है को वो सब कुछ नही जानता और उसे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। इस mindset के साथ चलने वाला इंसान हमेशा कुछ न कुछ सीखता रहता है, और वो अपनी समझदारी को बढ़ाता रहता है।
For example, दो लड़के हैं, दोनो एक average bike driver है, उनमें से एक लड़का सोचता है की मुझे driving अच्छे से आती है, मुझसे अच्छी bike यहां कोई नही चलाता और मैं ही इधर का सबसे बढ़िया rider हूं!
जबकि दूसरा लड़का भी पहले लड़के के जैसा average bike driver है, पर उसका attitude अलग है। वो सोचता है की वो ठीक ठाक bike चला लेता है लेकिन अभी वो और अच्छा कर सकता है, अभी उसे हर तरह की roads और situations में bike चलाना नहीं आता, तो इस learning mindset की वजह से वो दूसरा लड़का कुछ ही time में एक pro bike rider बन जायेगा, जबकि पहला वाला लड़का average ही रह जाएगा।
फर्क क्या है? फर्क सिर्फ इतना है की पहले लड़के को लगता है उसे bike riding की हर skill आती है, उसे सब पता है; जबकि दूसरा लड़का सोचता है की अभी उसे सब नही पता और वो अभी सीख सकता है।
इसी वजह से socrates कहते हैं की अगर ये समझोगे की आपको सब पता है तो एक दिन मुश्किल में फसोगे और न तो कुछ नया सीख पायोगे। जबकि अगर ये समझोगे की मुझे कुछ नही पता तो सीखने के chances double हो जाएंगे।
Principle 2:
No man has the right to be an amateur in the matter of physical training. It is a shame for a man to grow old without seeing the beauty and strength of which his body is capable.
Socrates का ये quote हर उस आदमी ने जरूर सुना होगा जो किसी भी तरह की physical training करता है. Socrates यहां पर physical training के importance को बताते हैं, वो एक strong body की importance को बताते हैं।
वो कहते हैं की इस ये शरीर बहुत कुछ करने के काबिल है, ये बहुत बलवान है, पर आपको इसको maintain करना होगा, आपको इसे train करना होगा। जो आदमी इस body की काबिलियत को देखे बगैर ही बूढ़ा हो जाए, ऐसे आदमी को खुद पर शर्म आनी चाहिए।
उनके सब थोड़े कड़वे हैं, पर सच है। Exercise, हमारी body और mind के लिए one of the most important habit है। Exercise के इतने फायदे हैं की आपको एक video ने नही बताए जा सकते।
Exercise से हमारी body का extra fat कम होता है।
Exercise करने से हमारी body में testosterone, और HGH (Human growth hormone) release होते हैं, जिनसे हमारी बॉडी की strength, mass और height भी बढ़ती है।
Exercise करने से Blood pressure control में रहता है, और heart की health अच्छी रहती है।
Exercise करने से mind में healthy endorphins और dopamine release होते हैं, जिनसे हमारी self esteem और overall happiness increase होती है।
Exercise करने से हम hard work, struggle और discipline की value को समझते हैं।
और पता नही कितने फायदे हैं exercise करने के।
अगर आपको मेरी बातो पर यकीन नही है तो आप खुद अपने आस पास देखो।
देखो की कौन अपनी life में ज्यादा अच्छा कर रहा है? कौन ज्यादा खुश है?
वो आदमी जो कभी exercise नही करता या वो जो हर दिन अपने आप को physically train करता है।
इसीलिए चाहे 2० मिनट ही सही पर अपनी body को train जरूर करो। और घर का शुद्ध खाना खाओ। याद रखो, की जो आप इस body में डालोगे, वही बाहर निकलेगा।
इसलिए eat healthy and train yourself.
Principle 3
Good deeds make you truly beautiful
Socrates दिखने में बिल्कुल भी अच्छे नहीं थे, उनका कद छोटा था, आंखे बड़ी बड़ी थी, आधे सर पर बाल नहीं थे, और वो एक फटा पुराना सफेद कपड़ा लपेटे रहते थे।
पर बदसूरत होने के बाद भी socrates की ये आदत थी की वो ही रोज आइना देखते थे। तो एक बार जब socrates अपने कमरे में खड़े होकर आइना देख रहे थे तो तभी उनका एक student वहां आ गया।
और socrates को शीशा देखते देख उसको बहुत अजीब लगा, और वो मन ही मन सोचने लगा की एक बदसूरत आदमी को इतनी देर तक शीशा देखने की क्या जरूरत?
तभी socrates ने उस student को देखा, और अपने उस student को असमंजस में देख, socrates समझ गए की ये क्या सोच रहा है?
उन्होंने कहा “तुम यही सोच रहे हो ना की इतना बदसूरत आदमी होने के बाद भी मै उतने गौर से शीशा क्यों देख रहा हूं?
उस student ने शर्मिंदा होकर जवाब दिया “जी हां, Sir, मै यही सोच रहा था, क्या आप मुझे इस सवाल का जवाब दे सकते हो?
Socrates ने कहा “हां, यही तो मेरा काम है। इसके बाद socrates ने उस लड़के को बताया कि “मैं हर रोज इस शीशे में अपनी शक्ल देखता हूं ताकि मुझे ये बात याद रहे की मैं बदसूरत हूं। और मैं कुछ अच्छे कर्म और समाज के लिए कुछ अच्छा करने के लिए inspire होता रहूं, ताकि अच्छे कर्म करने से मेरे चेहरे और शरीर की ये बदसूरती मेरे चेहरे और शरीर से balance में रहे।
तो फिर उस student ने पूछा “तो इसके लिए रोज शीशा देखने की क्या जरूरत? Socrates ने जवाब दिया “इंसान की स्मरण शक्ति बहुत कम होती है और अगर मैं रोज अपना बदसूरत चेहरा इस आइने में नही दिखूंगा तो मैं अच्छे कर्म कैसे करूंगा?
इसके बाद उस student ने पूछा की “गुरुजी, अगर आपकी बात को सच माने तो इस तरह से तो सभी सुंदर लोगो को आइना देखना ही नही चाहिए।
तो socrates ने इस पर जवाब दिया “नही, खूबसूरत व्यक्ति को भी आइना जरूर देखना चाहिए ताकि वो ये याद रखे की जितने सुंदर वो हैं, उन्हे उतने ही सुंदर कर्म करने चाहिए। क्योंकि अगर उनके कर्म सुंदर नही होंगे तो वो भी बदसूरत और बुरे ही माने जाएंगे।
इसीलिए हर किसी को आइना देखना चाहिए ताकि वो ये याद रखे की इंसान के कर्म ही सबसे ज्यादा important है, इंसान के कर्म ही उसे truly beautiful या ugly बनाते है।
उनकी ये बात सुनते ही उनका वो student socrates के सामने नतमस्तक हो गया।
Principle 4
Guard your reputation more than your life
Socrates के क्रांतिकारी विचारों और philosophies की वजह से वो पूरे greek kindgom में famous हो चुके थे।
Athens के राजा को ये डर था की कही socrates उसके राज्य के लोगो को भड़का कर उसके खिलाफ न कर दे। सिर्फ athens का king ही नहीं, बल्कि बहुत से politicians और fake philosophers भी socrates से चिढ़ते थे।
Socrates का कोई एक दुश्मन नहीं था। जिस तरह से वो debates में question पूछ पूछ कर, सामने बैठे ज्ञानी लोगो की बोलती बंद कर देते थे, उस तरह से उनके हजारों दुश्मन तो बनने ही थे।
और इन्ही दुश्मनों ने मिलकर socrates के खिलाफ athens के युवाओं को भड़काने और athens के देवी देवताओं को न मानने का case करदिया, athens के court में।
तो जब socrates को वहा trial के लिए बुलाया गया तो वहां 500 judges बैठे हुए थे जिन्हे decide करना था की socrates के साथ क्या किया जाएगा।
तो socrates को अपनी सफाई रखने का मौका दिया गया। पर उन्होंने तब भी वही किया जो वो हमेशा करते थे, सही सवाल किए, गलत systems को नकारा, और judges से कहा कि “मै नही मानता की मैने कुछ गलत किया है, मै बस युवाओं को सही तरह से सोचना सीखता हूं।
Socrates के इतना कहने के बाद तो सभी judges और गुस्सा हो गए और फिर उन्होंने भरे court में ये announce किया की socrates के पास अब 2 रास्ते हैं, पहला की वो अपने किए हुए कामों की माफी मांग कर हमेशा हमेशा के लिए greek को छोड़कर चले जाए वरना इनको death sentence दिया जाएगा यानी मृत्यु दण्ड। Socrates को greek का सबसे जहरीले जहर का प्याला पीना होगा।
तो socrates को athens के jail में डाल दिया गया और अगले दिन उन्हे जहर पीना था। तो socrates के students जैसे pluto और aristotle अपने गुरु को बचाना चाहते थे तो उन दोनो ने जेल के jailer को विश्वास में लेकर, socrates को जेल से भगा ले जाने का पूरा इंतजाम कर लिया।
तो पूरा इंतजाम करने के बाद वो socrates के पास जेल पहुंचे, उन्होंने socrates को बताया “हमने आपको यहां से भगा के ले जाने का सारा इंतजाम कर लिया, आप हा करो तो हम अभी निकलते हैं, jailer भी हमारे साथ है।
Socrates ने जवाब दिया
“नही, मै भागूंगा नही, क्योंकि अगर मैं अपनी जान बचाने के लिए यहां से भाग गया तो मेरे विचार मर जायेंगे, मेरी कही हुई बातें गलत साबित हो जायेगी। और अगर मैं नहीं भागा तो मैं तो मर जाऊंगा पर मेरे विचार अमर हो जायेंगे।”
और ऐसा हुआ भी, आज भी socrates के विचार और उनकी legacy जिंदा है। आज लोग उनका नाम पूरी respect और honor से लेते हैं!
क्यों?
क्योंकि तब उन्होंने अपनी जान से ज्यादा अपने विचारो और अपनी reputation को importance दी।
इसीलिए हमे भी हमेशा अपने principles, values और reputation को life में ज्यादा importance देनी चाहिए।
भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद ने भी यही किया था। उन्होंने अपने उसूलो के लिए अपनी जान दी। और आज इसीलिए हम उनको respect और honor देते हैं।
इसीलिए अपने उसुलो के हिसाब से जिंदगी जियो, किसी दूसरे के हिसाब से नही।
Principle 5
Be kind, for everyone you meet is fighting a hard battle
Socrates एक बहुत ही simple और humble इंसान भी थे। वो हर इंसान को एक समान मानते थे चाहे वो कितना अमीर हो या गरीब, आदमी हो या औरत, मालिक हो या नौकर, व्यापारी हो या मोची।
Socrates कहते थे की kind रहो, हर इंसान अपनी जिंदगी में struggle कर रहा है, सबकी अपनी problems हैं, सबके अपने dreams है। किसी को judge मत करो क्योंकि आप हर किसी को personally नही जानते।
इसी से related एक बढ़िया कहानी याद आती है।
एक बार एक आदमी को एक train पकड़नी थी तो वो अपना समान लेकर railway station पहुंच गया।
वहां जाकर उसे पता चला की उसकी train late है और अभी बहुत देर है।
तो उसने station से कुछ केले खरीदे और वो वही seat पर जाकर बैठ गया। उसके बगल में एक लड़का बैठा हुआ था। उस आदमी ने एक अखबार निकाला और पढ़ने लगा। तभी उसने देखा की वो लड़का उसके केलो में से एक केला निकाल के खा रहा है।
हालाकि उस आदमी ने कुछ नही कहा, पर वो मन ही मन सोचने लगा की क्या ज़माना आ गया है, लोग दूसरे की चीज लेने से पहले सोचते तक नही।
इसके बाद उस आदमी ने भी उस packet में से एक केला निकाला और वो निकाल के खाने लगा। उसके निकालने के बाद ही उस लड़के ने फिर एक केला निकाल लिया। ऐसा काफी देर तक चलता रहा। जब packet में सिर्फ एक केला बचा तो उस लड़के ने वो केला निकाला और उसके दो टुकड़े करके, एक टुकड़ा उस आदमी को दे दिया और वो लड़का वहां से चला गया।
इतना होने के बाद वो आदमी पूरी तरह से गुस्से में था, वो सोच रहा था की कैसे कैसे लोग है, जो दूसरो के खाने को ही साफ कर लेते हैं।
इसके बाद जब उस आदमी की train का announcement हुआ तो वो अपना बैग उठा कर वहां से जाने लगा तो उसने देखा की उसके बैग के पास तो उसके लिए हुए केलो का पूरा packet रखा हुआ है। यानि जो केले वो खा रहा था वो उसके नही, उस लड़के के थे।
और ये realise होने के बाद उस आदमी को बहुत बुरा लगा। वो सोचने लगा की वो लड़का तो कितना अच्छा था जो खुशी खुशी अपना खाना मेरे साथ बांट रहा था और मैं कितना गलत था, जो गुस्सा हो रहा था।
ठीक ऐसा ही हमारी life में भी होता है, हम पूरी बात जाने बिना ही दूसरो को judge करने लगते हैं, बिना उनकी स्टोरी को जाने समझे।
इसीलिए सभी लोगो से humble रहो, इससे आप खुद भी stress free रहोगे और सामने वाला भी stress free रहेगा।
Principle 6
Every action has its pleasures & it’s price
आप जिंदगी में कोई भी काम करो, उसके अपने फायदे होते हैं और उसके साथ साथ उसके नुकसान भी।
जैसे अगर आप exercise करते हो तो आपको थोड़ा दर्द होगा, पर exercise करने की वजह से आप पूरी जिंदगी strong और healthy रहोगे।
वहीं अगर आप exercise नही करते तो आप उस temporary pain से तो बच जायेगे पर इससे आगे चल के आपकी health को ही नुकसान होगा।
इसी तरह से हर काम के अपने pleasures और pain होते हैं। और socrates कहते हैं की हमे कोई भी action लेने से पहले उसके pleasures और pain को समझ लेना चाहिए।
अगर उस action से होने वाला pain temporary है पर उसके pleasures आपको जिंदगी भर मिलेंगे तो वो काम करो।
और अगर कोई काम temporary pleasure दे रहा है पर उसकी वजह से आपको long run में दुख दर्द से गुजरना पड़ेगा, तो वो काम मत करो।
Principle 7
I am not an Athenian nor a Greek, but a citizen of the world.
Socrates, कहते थे की हमे इंसान के रंग, जाति, धर्म और देश के आधार पर उसमे भेदभाव नहीं करना चाहिए। ये borders तो हमारे बनाए हुए हैं वरना तो पूरी दुनिया एक है।
इसीलिए socrates हर किसी को सही सीख देते थे, फिर चाहे वो greece का हो या किसी और देश का हो।
जैसा हमारे हिंदू धर्म के वेदों में कहा गया है “वसुधैव कुटुम्बकम” यानि ये पूरी दुनिया एक है, यहां रहने वाला हर इंसान एक है, फिर चाहे वो किसी भी देश, धर्म या संप्रदाय का हो।
इसीलिए खुद को आपस में बाटना छोड़ो और साथ मिलकर आगे बढ़ने की कोशिश करो।
Principle 8:
The best way to live with honor is to be, what you pretend to be
Socrates यहां पर सच्चा बनने की बात करते हैं। आज के time पे ज्यादातर लोग Fake हैं। वो materialistic चीज़ों के बल पर खुद को बड़ा दिखाते हैं जबकि अंदर से उनकी जिंदगी खोखली है।
इसीलिए socrates कहते हैं की अगर आदर और सम्मान चाहते हो तो वैसा इंसान बनो जैसा आप खुद को दिखाते हो या दिखाना चाहते हो।
क्योंकि आप ज्यादा time तक कुछ fake नही कर सकते, ज्यादा time तक किसी को झूठ बोलकर अंधेरे में नही रख सकते।
अगर दूसरो को ये दिखाते हो की आप बहुत ही ज्यादा confident और courageous हो, पर जब कहीं courage show करने की बारी आतीं है तो 9-2-11 हो जाते हो, तो लोग आपकी respect नहीं करेंगे।
Philosophers तो बहुत हुए, पर socrates एक ऐसा व्यक्ति थे जिन्होंने अपनी values और principles के लिए जहर पीकर मरना भी सही समझा। इसीलिए आज हम उनको honor करते हैं।
इसी तरह से अगर आप भी जैसा खुद को दिखाते हैं, बताते हैं वैसा बनोगे, कर के दिखाओगे, तो आपको भी एक honorable person समझा जायेगा।
ये थे socrates के 8 क्रांतिकारी philosophies.